Bihar Daroga 2023 17 दिसंबर 2023 को दो फलियां में बिहार दरोगा की परीक्षा ली गई| परीक्षा के नियम अनुसार कोई भी विद्यार्थी परीक्षा कक्षा के बाहर प्रश्न पत्र नहीं ले जा सकता था| विद्यार्थियों से प्रश्न पत्र तो लिए ही गए साथ ही साथ ओएमआर शीट के कार्बन कॉपी तक भी उनको नहीं दिए गए, यह भी उनसे वापस ले लिया गया इन सारे सूरते हाल में आयोग के नियत के ऊपर सवाल उठता है, कि अगर कोई भी विद्यार्थी आयोग के नंबर गणना के ऊपर में सवाल उठाना चाहे या अपने सिलेक्शन पर सवाल उठाना चाहे वह किस बेसिस पर सवाल उठेगा, वह किस बेसिस पर खुद के नंबर की जांच करेगा, वह कैसे यह पता लगाएगी कि उसने कितना सही किया है, और कितना गलत किया है| खैर यह तो डिबेट का बात जब से दरोगा का परीक्षा हो रहा है जब से BPSSC आयोग अस्तित्व में आई है तब से यह बातें चल रही है, लेकिन अब इन सारी बातों में बीच में एक और बात आ गई है कि जब अलाउड नहीं है जब यह किसी को अज्ञा ही नहीं है कि वह परीक्षा कक्षा के बाहर प्रश्न पत्र ले जा सकता है, तो फिर प्रश्न पत्र परीक्षा खत्म होते-होते सारे टेलीग्राम ग्रुप में और व्हाट्सएप ग्रुप में कैसे वायरल हो गए यह बेहद चिंताजनक बात है| और इस पेपर LEAK कैटेगरी में ही माना जाएगा एक तरीके से यह पेपर लीक ही है ऐसे में बहुत जोरों शोरों से और तीव्र स्वर में यह आवाज उठ रहा है कि Bihar Daroga 2023 परिक्षा निलम्बित होनी चाहिए|
पूरे मामले को इस वीडियो के माध्यम से बेहतर समझे
Bihar Daroga 2023: BPSSC आयोग की ज़िद
BPSSC आयोग को एक जिद्दी आयोग के रूप में भी जाना जाता है| ऐसा कहा जाता है विद्यार्थियों के द्वारा की अगर आयोग ने एक बार जो निर्णय कर लिया उसे पर कायम रहता है| हाल फिलहाल में इसका एक उदाहरण हमें देखने को मिला है 17 दिसंबर को पहले से ही हाई कोर्ट की परीक्षा निर्धारित थी और यह परीक्षा हाईकोर्ट परीक्षा आयोग के द्वारा डेढ़ से 2 महीने पहले ही इसकी सारी तिथियां घोषित कर दी गई थी इसके बावजूद भी Bihar Daroga 2023 की परीक्षा की तिथि केवल एक महीने पहले घोषित की गई और उसी डेट पर परीक्षा घोषित की गई, जिस डेट पर पहले से एक और बिहार में ही परीक्षा निर्धारित थी तो इसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि आयोग काफी जिद्दी है, एक बार निर्णय लेने के बाद आयोग पीछे नहीं हटता है| आयोग के इस रवैया के वजह से नुकसान केवल और केवल विद्यार्थियों का ही है, जिन विद्यार्थियों ने हाई कोर्ट की परीक्षा साथी साथ Bihar Daroga 2023 का भी परीक्षा के लिए आवेदन किया था| उनके पास कोई रास्ता ही नहीं बचा, उनके पास केवल एक ही रास्ता था या तो वह हाई कोर्ट कोर्ट रीडर की परीक्षा दें, या तो फिर वह बिहार दरोगा की परीक्षा दें और दोनों ही सूरत में विद्यार्थियों का पूर्ण रूप से नुकसान था| क्योंकि दोनों ही सूरत में विद्यार्थियों का किसी एक परीक्षा को छोड़ना तय था और इसके वजह से उनके द्वारा जो पैसे खर्च किए गए थे आवेदन के ऊपर में, वह व्यर्थ चले गए एक तरीके से कहा जाए तो कहीं ना कहीं यह पैसा सीधा का सीधा सरकार के जेब में गया जिसका लाभ विद्यार्थियों को नहीं मिला|
Bihar Daroga 2023: में सॉल्वर गैंग के तीन सदस्य धाराएं
17 दिसंबर 2023 को आयोजित बिहार दरोगा के परीक्षा में सॉल्वर गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया लखीसराय पुलिस के द्वारा
इन सदस्यों के नाम है धीरज कुमार पिता भगवान राम सा निष्ठा थाना सूर्य गधा जिला लखीसराय, दूसरा सदस्य श्रवण कुमार पिता श्याम सुंदर सा चंद्रपुरा थाना सूर्य गड़ा जिला लखीसराय एवं तीसरा सदस्य मिथुन कुमार पिता पलटन पासवान सनौली थाना संग्रामपुर जिला मुंगेर| दिनांक 17 दिसम्बर 2023 को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी, कि बिहार पुलिस और सेवा आयोग बिहार पटना के द्वारा आयोजित दरोगा की परीक्षा में सॉल्वर गैंग के द्वारा इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से परीक्षार्थियों को पैसा लेकर प्रश्न उत्तर उपलब्ध कराने हेतु विद्यापीठ चौक के पास होटल रुक्मिणी में रुके हुए हैं| इस सूचना के आलोक में सहायक पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी लखीसराय के नेतृत्व में एक छापेमारी दल का गठन किया गया, छापेमारी दल के द्वारा होटल रुक्मिणी के कमरे संख्या 102 से सॉल्वड गैंग के तीन सदस्यों को पकड़ा गया साथ ही साथ उनके पास से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण एवं सामान के साथ उन लोगों को गिरफ्तार किया गया परीक्षा केंद्र में जैमर लगे होने के कारण इलाके के द्वारा इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग कर परीक्षार्थियों को प्रश्न का उत्तर बताया जाता था|