रामलला: अयोध्या में भगवान श्री राम पर उमर पड़ा है भक्तों का प्यार और यह प्यार यह दुलार यह इतना ज्यादा हो गया है कि राजाराम जो है वह अरबपति हो चुके हैं. अरबो रुपए का चढ़ावा वह अब तक प्रभु श्री राम के नाम पर अब तक अयोध्या में चढ़ा दिया गया. 500 साल का लंबा इंतजार प्रभु श्री राम का और ऐसा लग रहा है कि देश दुनिया में जितने बड़े आदमी है या जितने छोटे आदमी मझोले आदमी जिसके पास जितना बन पा रहा है वह उतना चढ़ावा चढ़ा रहे हैं.
रामलला: VVIP के लिए दर्शन बंद
श्री राम के दरबार में भक्तों की भारी भीड़ हुई आप सब ने खबर पढ़ि होगी कि भैया मुख्यमंत्री ने कह दिया कि 10 दिन तक मत आइएगा VVIP लोग भीड़ इस कदर हो रहा है की भीड़ को काबू करने के लिए मुख्यमंत्री को यह कहना पड़ा की 10 दिनों तक किसी भी विप को दर्शन करवा पाना मुमकिन नहीं है क्योंकि आम जनमानस इतनी ज्यादा संख्या में आ रहे हैं.
रामलला: कहा से आया इतना पैसा
रामलला: देश विदेश से चंदा इतना ज्यादा आ रहा है कि आप जान के हैरान हो जाएंगे रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु रामलाल के दर्शन कर रहे हैं और चंदा ऑनलाइन ऑफलाइन हर तरीके से रामलाल को दिया जा रहा है 22 जनवरी जिस दिन प्राण प्रतिष्ठा हुई थी रामलला की उसे दिन तकरीबन 3 करोड़ के चंदा की दान की खबर आई थी उसके अगले दिन लगभग डेढ़ करोड़ के आसपास दान पड़े उसके अगले दिन यह संख्या थोड़ी कम हुई और लगभग 60, 70 लाख के आसपास दान हुए.
फिर अगले दिन यह संख्या बढ़ाकर ढाई करोड़ के आसपास पहुंच गई तो जब से रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा हुई है तब से लेकर आज तक लगभग 7 से 8 करोड रुपए का दान रामलाल को दिया जा चुका है लेकिन राम लाल के बाकी सारे संपत्तियों का और उनके चढ़ावों का आकलन किया जाए तो यह आंकड़ा 5000 करोड़ से भी ज्यादा का होता है. ध्यान देने वाली बात यहां पर एक और है कि मंदिर केवल 1500 करोड़ में ही बन रह रहा है मगर दान की राशि 5000 करोड़ से भी ऊपर चली गई है.
रामलला: किसने क्या क्या दिया
अयोध्या में रामलला विराजमान हो गए है. 22 जनवरी को भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान रामलला को राम मंदिर में विधि विधान के साथ स्थापित किया गया. राम मंदिर के इस मंदिर निर्माण के लिए देश-दुनिया से दान आए है. भव्य मंदिर के निर्माण की लागत 1800 करोड़ रुपये आंकी गई है, जिसमें से 1100 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं. इस मंदिर निर्माण के लिए आम से लेकर खास लोगों ने करीब 3200 करोड़ रुपये दान किए हैं.
अगर आप सोच रहे हैं कि राम मंदिर के लिए अंबानी-अडानी या फिर टाटा समूह जैसे बड़े उद्योगपतियों ने सबसे ज्यादा दान किया है तो आप गलत है. देशभर के करोड़ों लोगों, सेलेब्स, बिजनेसमैन, साधु-संत ने राम मंदिर निर्माण के लिए दान किया. डीएनए के खबर के मुताबिक सूरत के रहने वाले कारोबारी ने मंदिर को 101 किलो सोने का दान किया है. डायमंड बिजनेस से ताल्लुक रखने वाले दिलीप कुमार वी लाखी ने राम मंदिर को सबसे बड़ा दान दिया है. दिलीप कुमार ने मंदिर ट्रस्ट को 101 किलो सोना दान किया है, जिसका इस्तेमाल गर्भगृह के सोने के द्वारा, स्तंम्भों आदि में किया गया है. अगर इसकी कीमत की बात करें तो मौजूदा वक्त में 10 ग्रान सोने की कीमत 68 हजार के करीब है. ऐसे में दिलीप ने करीब 68 करोड़ रुपए का दान दिया है.
राम मंदिर को दूसरा सबसे बड़ा दान कथावाचक और आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू ने दिया है. कथावाचक और आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू ने मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट को 18.6 करोड़ का दान दिया. ट्रस्ट के मुताबिक गुजरात के आध्यात्मिक गुरु और राम कथा वाचक मोरारी बापू ने राम मंदिर के लिए सबसे पहले इतनी बड़ी राशि दान के तौर पर सौंपी. रामायण का प्रचार-प्रसार करने वाले मोरारी बापू ने ये रकम लोगों के योगदान से इकट्ठा की. इसमें से भारत से उन्होंने 11.30 करोड़ रुपये, यूके और यूरोप से 3.21 करोड़ और अमेरिका, कनाडा से 4.10 करोड़ रुपये इकट्ठा किए. उन्होंने लोगों ने मंदिर निर्माण के लिए चंदा देने की अपील की.
रामलला: अयोध्या में के लिए उद्योपतियों ने खोला खजाना
डाबर इंडिया ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर घोषणा कि है कि 17 जनवरी से 31 जनवरी तक उसके उत्पादों की बिक्री से होने वाले मुनाफे का एक हिस्सा वो श्री जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को दान करेगी. आईटीसी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के साथ जुड़ी और उद्घाटन की तारीख से छह महीने की अवधि के लिए धूप दान किए . हैवेल्स ने राम मंदिर को रोशन करने के लिए योगदान दिया. बड़े कारोबारियों ने राम मंदिर के लिए बढ़-चढ़ कर दान किया. इस मौके पर देश के तमाम बड़े दिग्गज कारोबारी शामिल हुए और रामलला के दर्शन किए.
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